Saturday, November 8, 2014

प्याज लहसुन क्यों नहीं खाना चाहिए ?

प्याज   लहसुन


प्याज और लहसुन ना खाए जाने के पीछेसबसे प्रसिद्ध पौराणिक कथा यह हैकि समुद्रमंथन सेनिकले अमृत को, मोहिनी रूप धरे विष्णुभगवानजब देवताओं में बांट रहे थे तभी दो राक्षसराहू और केतूभी वहीं आकर बैठ गए। भगवान ने उन्हेंभी देवता समझकर अमृत की बूंदे दे दीं। लेकिनतभी उन्हेंसूर्य व चंद्रमा ने बताया कि यहदोनों राक्षस हैं।भगवान विष्णु ने तुरंत उन दोनों के सिर धड़से अलगकर दिए। इस समय तक अमृत उनके गले सेनीचे नहीं उतर पाया था और चूंकि उनकेशरीरों में अमृतनहीं पहुंचा था, वो उसी समय ज़मीन परगिरकर नष्टहो गए। लेकिन राहू और केतु के मुख में अमृत पहुंचचुका था इसलिए दोनों राक्षसो के मुखअमरहो गए (यहीं कारण है कि आज भी राहू औरकेतू केसिर्फसिरों को ज़िन्दा माना जाता है)। परभगवान विष्णु द्वारा राहू और केतू के सिरकाटे जानेपर उनके कटे सिरों से अमृत की कुछ बूंदे ज़मीनपर गिरगईं जिनसे प्याज और लहसुन उपजे। चूंकि यहदोनों सब्ज़िया अमृत की बूंदों से उपजी हैंइसलिए यहरोगों और रोगाणुओं को नष्ट करने में अमृतसमानहोती हैं पर क्योंकि यह राक्षसों के मुख सेहोकरगिरी हैं इसलिए इनमें तेज़ गंध है और येअपवित्र हैंजिन्हें कभी भी भगवान के भोग में इस्तमालनहीं किया जाता। कहा जाता हैकि जो भी प्याज औरलहसुन खाता है उनका शरीर राक्षसों केशरीरकी भांति मज़बूत हो जाता है लेकिन साथही उनकी बुद्धि और सोच-विचारराक्षसों की तरहदूषित भी हो जाते हैं।इन दोनों सब्जियों को मांस के समानमाना जाता है।

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